अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में शनिवार शाम अलग किए गए हार्ट-लिवर से जुड़े जुड़वां बच्चों में से एक ने साेमवार रात दम ताेड़ दिया। पाली जिले के बाली से लाए गए इन बच्चों काे डाॅक्टर्स ने ट्विन 'ए' व 'बी' नाम दिया गया था। इनमें से ट्विन 'ए' की तबीयत रविवार देर रात से बिगड़ने लगी। उसके हार्ट ने काम करना कम कर दिया था। रुक-रुक कर चलने से बच्चे का ब्लड सर्कुलेशन नहीं हो पा रहा था। उसे साेमवार शाम तीन बार सीपीआर दिया गया, लेकिन डाॅक्टर्स की सारी कोशिशें नाकाम रही।
दाेनाें बच्चों में से ट्विन 'बी' की तबीयत ज्यादा सीरियस थी। लेकिन उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। उसे आईसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया है और उसका यूरीन आउटपुट भी आ गया है। हालांकि डॉक्टर्स वेंटिलेटर हटने तक उसकी स्थिति को गंभीर ही बताते हुए ज्यादा दावा नहीं कर रहे।
गौरतलब है कि पाली के बाली कस्बे में 21 जनवरी को ममता ने शरीर से जुड़े इन बच्चों को जन्म दिया था। उसी दिन दोनों को जोधपुर एम्स रेफर किया गया। दोनों का वजन कम होने के कारण सर्जरी संभव नहीं थी। लेकिन 24 जनवरी की रात 3 बजे दाेनाें में से ट्विन 'बी' की तबीयत बिगड़ने पर 35 डाॅक्टराें की टीम ने 25 जनवरी काे साढ़े तीन घंटे की सर्जरी कर दाेनाें काे अलग कर दिया था।